Neemuch Mandi Aaj Ka Taaja Bhav : नीमच मंडी में आज चिया सीड हुआ बहुत तेज और तुलसी हुई नरम

Neemuch Mandi Aaj Ka Taaja Bhav
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Neemuch Mandi Aaj Ka Taaja Bhav : नमस्कार किशन साथियों आज मैं आपको किया सेठ के हुए बारे में बताने वाला हूं इसका फॉर्म क्या है आईए जानते हैं इसके बारे में संपूर्ण जानकारी आप भी शादी के लिए आपको सारी जानकारी मिल जाएगी इसलिए आप जरूर पढ़ कर रहे हैं

Neemuch Mandi Aaj Ka Taaja Bhav

मैं आपको नीमच मंडी में आने वाली सभी चीजों के भाव बताने वाला हूं कि नीमच मंडी में अभी तक क्या भाव बिक रही है आलू का भाव विग्रह है मिर्ची क्या भाव बिक रही है पोस्ट क्या भाव बिक रहा है सारी जानकारी में आपको इस कार्यक्रम में देने वाला हूं तो साथियों अभी

तो चलिए किस साथियों जान लेते हैं नीमच मंडी में आने वाली सभी जिंसों के भाव कौन सी फसल क्या भाव बिक रही है अगर आपके उसके बारे में संपूर्ण जानकारी जानना हो तो आप इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पड़े मैं आपको सही-सही जानकारी सही-सही रूप से दूंगा जो भी जानकारी होती है वह बिल्कुल सटीक जानकारी होती है नीमच मंडी में आने वाली सभी चीजों के भाव देखने के लिए आर्टिकल को पूरा जरूर करते रहे

तो दोस्तों सबसे पहले मैं आपको बता देता हूं कि नीमच मंडी में अभी पहुंचता टमाटर भी जरूर क्या भाव चल रही है सारी जानकारी में आपको जानकारी दूंगा है और अन्य हजार रुपए के समथिंग चल रहा है इसका भाव अगर आपको इसके अलावा और भी समथिंग समथिंग

देसी चना

देसी चने का उत्पादन मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक सहित सभी उत्पादक राज्यों में औसतन 42-43 प्रतिशत कम होने से वहां की मंडियों में आपूर्ति, गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 46-47 प्रतिशत कम हो रही है।

दूसरी ओर सभी दालों में देसी चने की दाल सस्ती बिकने से इसकी खपत वृद्धि हो रही है। हालांकि बीते माह में आई 1000 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी के बाद उपर वाले भाव में मुनाफावसूली बिकवाली चलने से 300 रुपए का करेक्शन आ गया है।

लेकिन उत्पादक मंडियों में आपूर्ति घटने तथा अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में ऊंचे भाव होने से भविष्य में भारी तेजी का अंदेशा बना हुआ है। इधर इंदौर भोपाल ग्वालियर आगरा आदि मंडियों में चने की आपूर्ति कम होने से दिल्ली के पड़ते से ऊंचे भाव चल रहे हैं।

नोहर भादरा सवाई माधोपुर तारानगर सरदारशहर लाइन में भी इस बार चना की क्वालिटी हल्की आ रही है तथा प्रति हैक्टेयर उत्पादकता कम बताई जा रही है। यही कारण है कि वहीं पर लोकल दाल मिलें, उन मालों को खरीद रही हैं।

दिल्ली सहित उत्तर भारत की अन्य मंडियों में माल कम आ रहा है, महाराष्ट्र में इस बार चापा चना भी कम आया था तथा जो माल एवरेज क्वालिटी का निकला है, वह जलगांव अकोला लाइन की दाल मिलों में 63-64 प्रतिशत खप गया है।

अभी नई फसल आए मुश्किल से ढाई तीन महीने हुए हैं, इसलिए उक्त उत्पादक क्षेत्रों में भी देसी चने का स्टॉक नहीं हो पाया है। कु बढ़िया क्वालिटी का माल कर्नाटक, आंध्र प्रदेश की दाल मिलें खरीद चुकी हैं तथा ग्वालियर लाइन में भी ऊंचे भाव हैं।

भोपाल, सागर, बीनागंज लाइन में भी आवक कम होने से भाव ऊंचे चल रहे हैं। नीमच, रतलाम लाइन में भी माल अनुकूल नहीं है, इन परिस्थितियों में सकल उत्पादन 68-70 लाख मैट्रिक टन का होने का अनुमान व्यापारी लगा रहे हैं।

हम मानते हैं कि एक साथ आई तेजी के बाद ग्राहकी का सन्नाटा बना हुआ है तथा कारोबारी सरकार की दहशत में डरे हुए हैं, इन सब के बावजूद भी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ऊंचे भाव होने से आयात के पड़ते नहीं है तथा पुराना स्टॉक पहले ही समाप्त हो गया था।

वहीं दाल मिलों में भी स्टॉक अनुकूल नहीं है, इन परिस्थितियों में खड़ी मोटर में लॉरेंस रोड पर चना जो आज बना हुआ है, इसमें 500/600 रुपए की तेजी लग रही है।

काबुली चने

काबुली चने का उत्पादन अधिक होने के साथ-साथ घरेलू व निर्यात मांग अनुकूल नहीं होने से सीजन से अब तक तेजी नहीं आ पाई। इस बार जॉर्डन, तुर्की, सीरिया, मेक्सिको, बुल्गारिया, ब्राजील आदि सभी देशों में काबुली चने की उपलब्धि प्रचुर मात्रा में है। यही कारण है कि खपत वाले देशों में भी भारतीय काबुली चने के पड़ते नहीं लग रहे हैं, जिस कारण लंबी तेजी का व्यापार नहीं करना चाहिए।

काबुली चने का उत्पादन 30 लाख मीट्रिक टन के करीब हुआ है, जो बीते वर्ष 17-18 लाख मीट्रिक टन हुआ था। गत वर्ष महाराष्ट्र के माल 128/129 रुपए प्रति किलो कच्चा माल देख आए था। इस बार नई फसल आने पर, पुराना स्टॉक गोदाम में पूरी तरह समाप्त हो गया था, लेकिन वर्तमान की फसल अधिक होने के बावजूद भी आंध्र प्रदेश, कर्नाटक एवं मध्य प्रदेश के स्टॉकिस्ट वहाँ पर माल पकड़ने लगे हैं।

इस बार स्टॉक दो स्टेप पर ज्यादा हो रहा है, पहला यह कि किसान ही ऊंचे भाव देखकर के माल को रोकने लगे हैं। दूसरा उत्पादक मंडियों के कारोबारी स्टॉक करने लगे हैं, जिससे दिल्ली सहित उत्तर भारत की मंडियों में माल कम आ रहा है। इस समय काबुली चने की महाराष्ट्र की थैलियां 85/88 रुपए बोल रहे हैं। इधर इंडियन मेक्सिको माल के भाव 104/105 रुपए तक बोल रहे हैं।

वास्तविकता यह है कि बाजारों में रुपए की तंगी है, लेकिन कारोबारी चौतरफा तेजी में आ गए हैं, जिससे माल पकड़ने लगे हैं। अतः अभी कुछ दिन करेक्शन आने के बाद 4/5 रुपए प्रति किलो बढ़ा जरूर देंगे, लेकिन इन बढ़े भाव में माल बेचते रहना चाहिए।

नया आवक 1500 बोरी
5270 से 5550 तक बिका
बढ़िया किराना 5550 से 5600
बढ़िया हाइब्रिड 5500 से 5525
सेमी हाइब्रिड 5425 से 5450
एवरेज 5325 से 5375

तारामीरा
आवक 00 बोरी
00 से 00 तक बिकी
मंडी 4800 से 4900
बाहर 5000 से 5050

पोस्ता तुर्की दिल्ली 1020

पोस्ता दिल्ली सोरटेक्स 1120

पोस्टा नीमच सोर्टेक्स 1210

सोरटेक्स नीमच गुलाब 1120

तुलसी बीज 400 नरम
आवक 200 कट्टे
18250 से 21000 तक बिका
प्रीमियम 20700 से 20900
बढ़िया 20400 से 20600
1नम्बर् 19800 से 20000

सोर्टेक्स 220-225
आवक 200 बोरी
6000 से 9700 तक बिका
बढ़िया 9200 से 9300
1 नंबर 8900 से 9000
एवरेज 7800 से 7900
आवक 900 बोरी
800 से 2250 तक बिका
बढ़िया मोटा 2000 से 2200
मीडियम 1500 से 1700
गोलटी 1100 से 1200

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